हरियाणा के मुख्यमंत्री ने ली अधिकारियों की मीटिंग : भिवाड़ी की जेडएलडी फैक्ट्रियों की जांच करेंगे भिवाड़ी व रेवाड़ी के अधिकारी, अगस्त माह तक हल हो जाएगी फैक्ट्रियों के गंदे पानी की समस्या

NCRkhabar@Bhiwadi. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रविवार सुबह धारुहेड़ा के जंगल बबलर रिसोर्ट में रेवाड़ी व भिवाड़ी के अधिकारियों की बैठक धारुहेड़ा में गंदा पानी जाने की समस्या के निराकरण को लेकर चर्चा की। उन्होंने दोनों राज्यों के अधिकारियों से समस्या को समझा और समाधान के लिए आवश्यक निर्देश दिए। मुख्यमंत्री को भिवाड़ी प्रदूषण निवारण एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह चौहान ने आश्वत किया कि अगस्त माह तक भिवाड़ी की फैक्ट्रियों का गंदा पानी हरियाणा में नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने भिवाड़ी की ज़ीरो लिक्विड डिचार्ज करने वाली फैक्ट्रियों की जांच करवाने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए रेवाड़ी व भिवाड़ी के अधिकारियों की संयुक्त टीम बनाई गई है और यह टीम जांच रिपोर्ट अलवर जिला कलक्टर व रेवाड़ी उपायुक्त को सौंपेगी।
मुख्यमंत्री ने भिवाड़ी के अधिकारियों से पूछा कि गंदे पानी की समस्या के निराकरण के लिए क्या प्रयास किए जा रहे हैं। खट्टर ने कहा कि भिवाड़ी से आ रहे गंदे पानी से धारुहेड़ा में लोगों का रहना मुश्किल हो गया है। इसलिए इस समस्या का स्थाई समाधान आवश्यक है। भिवाड़ी जल प्रदूषण निवारण एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पन्द्रह-बीस मिनट तक उनसे गंदे पानी की समस्या व समाधान को लेकर बातचीत किया। चौहान ने मुख्यमंत्री को बताया कि भिवाड़ी से ट्रीट होकर पानी धारुहेड़ा जा रहा है लेकिन बीच मे कुछ लोगों ने लाईन जोड़ रखा है, जिससे गंदा पानी उसमे मिल जाता है लेकिन वह भी केमिकल युक्त पानी नहीं होता है।
हरियाणा में गंदे पानी को ट्रीट करने के लिए नहीं बनाया सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, भिवाड़ी में आ रहा 6 एमएलडी पानी
धारुहेड़ा में हुई मीटिंग में भिवाड़ी जल प्रदूषण निवारण एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को फोटोग्राफ देकर  बताया कि भिवाड़ी के पास हरियाणा सीमा में तीन-चार फैक्ट्रियां हैं, जिनका पानी भिवाड़ी में आ रहा है लेकिन धारुहेड़ा आरओ ने बताया कि उन फैक्ट्रियों को बंद करवा दिया गया है। इसके अलावा कर्णकुंज, घटाल, आकेड़ा, नारायण विहार खोरी सहित अन्य स्थानों से तकरीबन 6 एमएलडी पानी भिवाड़ी में आ रहा है। हरियाणा में इस पानी को ट्रीट करने के लिए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट नहीं बनाया गया है। हरियाणा के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अबगत करवाया कि एसटीपी बनाने के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा गया लेकिन अभी तक उसे मंजूरी नहीं मिली है। हरियाणा से इस पानी को भिवाड़ी के नालों में छोड़ दिया जाता है, जिसे भिवाड़ी सीईटीपी में ट्रीट किया जाता है। चौहान ने मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया कि अगस्त माह तक सीईटीपी का काम पूरा हो जाएगा और उसके बाद गंदा पानी ट्रीट कर फैक्ट्रियों को वापस भेज दिया जाएगा।
भिवाड़ी के ट्रीटेड पानी को लेगा हरियाणा
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भिवाड़ी के ट्रीटेड पानी को लेने के लिए हामी भरी है। उन्होंने कहा कि गंदा पानी हरियाणा में नहीं आने दिया जाएगा लेकिन सही तरीके से ट्रीट किया गया पानी लेने में दिक्कत नहीं है। मुख्यमंत्री को बताया गया कि हरियाणा सीमा तक छह फीट चौड़ा नाला है जबकि धारुहेड़ा में एक फ़ीट का नाला है। इस कारण सड़क पर पानी भर जाता है। मुख्यमंत्री ने हरियाणा के अधिकारियों को जल्द से जल्द नाला चौड़ा करने के निर्देश दिए हैं तथा साबी नदी तक इस पानी को ले जाया जाएगा।
मीटिंग में ये थे उपस्थित
मीटिंग में अलवर जिला कलक्टर पुखराज सेन, बीडा सीईओ श्वेता चौहान, बीजेपीएनए अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह चौहान, तिजारा एसडीएम महेंद्र सिंह यादव,  रीको जीएम विजय गुप्ता, रीको प्रथम व द्वितीय के यूनिट हेड जी के शर्मा व कुलदीप दाधीच, आरपीसीबी के आरओ अमित शर्मा, नगर परिषद आयुक्त मुकेश शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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