Rajasthan Assembly Election 2023 : 17 अक्टूबर को होने वाली CEC की बैठक में कांग्रेस उम्मीदवारों की पहली लिस्ट होगी फाईनल

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NCRkhabar@New delhi/Bhiwadi. राजस्थान (Rajasthan) में हर पांच साल बाद सरकार बदलने का रिवाज बदलेगा या कांग्रेस सत्ता पर पुनः काबिज होगी। इसका फैसला तीन दिसंबर को होगा लेकिन पार्टियों के उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होने का लोग बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं। भाजपा ( BJP) ने 41 उम्मीदवारों की पहली सूची का ऐलान कर दिया है लेकिन अभी तक कांग्रेस उम्मीदवारों की पहली लिस्ट की प्रतीक्षा की जा रही है।  सोशल मीडिया के इस युग मे हर कोई यह जानने को बेताब है कि किसको टिकट मिलेगा और कौन लिस्ट से बाहर होगा। इस बीच लोगों को 17 अक्टूबर को कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की होने वाली बैठक में उम्मीदवारों की पहली सूची को अंतिम रूप दिया जाएगा तथा 18 अक्टूबर तक तकरीबन 115 से 120 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान होने की उम्मीद है। कांग्रेस ( Congress) पार्टी की ओर से कई बार करवाने के बावजूद सर्वाधिक पेंच दो या उससे अधिक बार हारने वाली सीटों पर फंसा हुआ है, जहां दो बार लगातार हारने के बावजूद नेता दावेदारी कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक 17 अक्टूबर को होने वाली सीईसी की बैठक में उम्मीदवारों के चयन पर चर्चा होगी और पहली लिस्ट को फाइनल किया जाएगा. संभावना जताई जा रही है कि 18 अक्टूबर तक पहली लिस्ट जारी हो जाएगी।

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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी दिया था संकेत

 मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ( CM Ashok Gahlot) भी पिछले दिनों से मीडिया से बातचीत के दौरान 18 अक्टूबर के आसपास प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी होने में संकेत दे चुके हैं। गहलोत के मुताबिक केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक होने पर राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की लिस्ट को अंतिम रूप दिया न सकता है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस आलाकमान की तरफ से 115 से 120 सीटों पर नाम फाइनल हो चुका है। कांग्रेस ज्यादातर अपने विधायक-मंत्री को चुनाव मैदान में उतार रही है, जिससे कम से कम सीटों पर बगावत हो और मौजूदा जनप्रतिनिधि अपने पांच साल के कामकाज के आधार पर वोट मांग सकें।

तिजारा में सांसद बालकनाथ के सामने कांग्रेस का उम्मीदवार होगा कौन ?

भाजपा ने सत्ता हासिल करने के लिए 41 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दिया है। भाजपा ने 7 सांसदों को मैदान में उतार कर नया दांव चला है, जिनमें अधिकतर सीटों पर पिछले चुनाव में भाजपा को शिकस्त मिली थी। भाजपा को उम्मीद है कि सांसद ना सिर्फ अपनी सीट पर विजय हासिल कर सकते हैं बल्कि पड़ोसी सीटों को पार्टी की झोली में डाल सकते हैं। ऐसे में कांग्रेस कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है औऱ बाहरी व्यक्ति के बजाय पार्टी से जुड़े नेता को उम्मीदवार बना सकती है। हॉट सीट बनी तिजारा विधानसभा हल्के से कांग्रेस पार्टी धनबल वाले बाहरी नेताओं को टिकट देने के बजाय पार्टी से जुड़े मज़बूत लोगों को टिकट देकर ना सिर्फ भाजपा को शिकस्त देने की रणनीति बना रही है बल्कि कार्यकर्ताओं को यह संदेश देना चाहती है कि पार्टी संगठन के लिए काम करने वालों का हमेशा ख्याल रखा जाएगा। ऐसे में जनता यह जानना चाहती है कि मेव बहुल तिजारा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी सांसद बालकनाथ के सामने चौधरी फ़ज़ल हुसैन ( Fazal Husain) कांग्रेस प्रत्याशी होंगे या पूर्व मंत्री दुर्रू मियां को पुनः मैदान में उतारेगी। वैसे राजनीतिक जानकार यह भी कह रहे हैं कि जिस तरह भाजपा ने सर्वे को दरकिनार बाबा बालकनाथ को उम्मीदवार बना दिया है, उसी तरह कांग्रेस भी सर्वे से अलग किसी नए चेहरे पर दांव लगा सकती है। वैसे अलवर जिले में कांग्रेस उम्मीदवारों के चयन में पूर्व केंद्रीय मंत्री व पार्टी महासचिव भंवर जितेंद्र सिंह की अहम भूमिका रहेगी।

 

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चुनाव विकास के आधार पर लड़ा जाना चाहिए या सांप्रदायिकता पर।
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