कांग्रेस प्रत्याशी ईमरान खान की फेक आईडी बनाकर सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट डालकर सांप्रदायिक सदभाव बिगाड़ने की कोशिश

NCRkhabar@Bhiwadi. जिस तरह हर साल सर्दी के मौसम में दिल्ली-/एनसीआर की हवा ज़हरीली हो जाती है, ठीक उसी तरह चुनावी मौसम में सियासत में ज़हर घुल गया है और एक-दूसरे पर जुबानी जंग तेज हो गई है। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव (Assembly Election) के मतदान तक यह सिलसिला जारी रहेगा। पहले चुनाव विकास कार्यो के आधार पर लड़े जाते थे तथा पक्ष-विपक्ष के लोग एक-दूसरे की इज्जत करते थे लेकिन सोशल मीडिया के इस युग मे राजनीतिक सुचित खत्म हो गई है। मौजूदा दौर में लोग एक-दूसरे के खिलाफ भड़काऊ पोस्ट डालकर सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने का घिनौना प्रयास कर रहे हैं। कुछ इसी तरह का मामला राजस्थान के तिजारा विधानसभा क्षेत्र में देखने को मिल रहा है। यहां कांग्रेस प्रत्याशी ईमरान खान की बढ़ती लोकप्रियता कुछ लोगों को रास नहीं आ रही है और उनकी फेक आईडी बनाकर सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डाली जा रही है। कांग्रेस प्रत्याशी ईमरान खान ने भिवाड़ी पुलिस अधीक्षक से मामला दर्ज कर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पुलिस को दी शिकायत में कांग्रेस प्रत्याशी ईमरान खान ने बताया कि गत गुरुवार को सोशल मीडिया पर उनके नाम से फर्जी एकाउंट बनाकर एक पोस्ट शेयर की गई है, जिसमें हिंदू व मुस्लिम समुदाय को लेकर अपशब्द लिखकर धार्मिक व सामाजिक सौहार्द्र बिगाड़ने का काम किया जा रहा है। इससे समस्त हिंदू व मुस्लिम भाईयों में आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने बताया कि ऐसे सोशल मीडिया पोस्ट से समाज को बांटने का काम किया जा रहा है। इसलिए उक्त प्रकरण में अराजकता फैलाने व धार्मिक-सामाजिक सौहार्द्र बिगाड़ने वाले लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाए।

 

यूपी के मुख्यमंत्री भी बिना नाम लिए कांग्रेस प्रत्याशी पर हुए थे हमलावर

कांग्रेस प्रत्याशी ईमरान की छवि समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलने वाले नेता की है। उनकी बढ़ती लोकप्रियता से भाजपा के बड़े नेता भी सांप्रदायिक धुर्वीकरण करने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा प्रत्याशी बाबा बालकनाथ के पर्चा दाखिल करवाने आए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi AadityaNath) ने  भी बिना नाम लिए कांग्रेस प्रत्याशी पर व्यंग्य के बाण चलाये थे। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस प्रत्याशी कई उपमाएं लगाता है। दरअसल ईमरान खान के क्षेत्र में करवाये गए धार्मिक व सामाजिक कार्यों के कारण अलग पहचान बनी हुई है। योगी आदित्यनाथ उसको लेकर कटाक्ष कर रहे थे लेकिन जनता पर  खास प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे। उसी सभा में भिवाड़ी नगर परिषद के पूर्व सभापति संदीप दायमा ने मस्जिद व गुरुद्वारों को नासूर बताकर समाज को बांटने की कोशिश किया था लेकिन उनका दांव उलटा पड़ गया। सिख समाज ने संदीप दायमा का पुतला दहन कर विरोध जताया, वहीं जिला निर्वाचन अधिकारी ने भी नोटिस देकर जवाब मांगा है।

 

 

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