NCRkhabar@Bhiwadi. राजस्थान (Rajasthan) के डीग जिला पुलिस ( Deeg District Police) ने गोतस्करों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन नंदी प्रहार अभियान कार्रवाई करते हुए अलग-अलग स्थानों से वांछित नौ गोतस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गोतस्कर पहाड़ी थाना क्षेत्र के घाटमीका निवासी मन्नान, समीन, आजाद व नफीस, भौलाबास निवासी शकील एवं गोपालगढ़ थाना क्षेत्र के पथराली निवासी ईशव उर्फ ईशन व मुफीद को काबू किया है। गोतस्कर समीन पुलिस थाना गोपालगढ का पांच हजार रुपए का ईनामी अभियुक्त है। पुलिस ने गोतस्करों के कब्जे से एक देशी कटटा व दो जिन्दा कारतूस, पांच खाली खोखा कारतूस एवं गौवंश से भरा हरियाणा नम्बर का ट्रक जब्त किया है। पुलिस व गोतस्करों के बीच हुई मुठभेड़ में गोतस्कर जिलशाद के दोनों पैर में गोली लगी है। पुलिस इससे पूर्व भी गोतस्करी में लिप्त कई आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
गोतस्करों को पकड़ने के लिए पुलिस चला रही है ऑपरेशन नंदी प्रहार
डीग एसपी राजेश कुमार मीणा ( IPS Rajesh Meena SP Deeg) ने बताया कि भरतपुर रेंज के आईजी राहुल प्रकाश (IPS Rahul Prakash, IG Jaipur Bharatpur) के निर्देशन में गोतस्करों के खिलाफ ऑपरेशन नंदी प्रहार अभियान चलाया जा रहा है। एसपी राजेश मीणा ने बताया कि रविवार सुबह जिला स्पेशल टीम द्वितीय के इंचार्ज एएसआई सुल्तान सिंह को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुख्यात गौतस्कर हासम उर्फ काडा अपने साथियों के साथ मिलकर गांव कनवाडी के जंगल में तस्करी के लिए लाये गये गौवंश को एक ट्रक से उतरवा रहा है। सूचना मिलने के बाद डीएसटी टीम व थानाधिकारी बनी सिंह पुलिस जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे तो सुबह पांच बजे हासम उर्फ काडा व उसकी पत्नि कररी, पुत्र आसिफ, दामाद जिलसा खान निवासी गुराकसर, चाचा आमीन व उसका पुत्र रोबिन व फतेहपुर निवासी सरफू हरियाणा नम्बर के एक ट्रक से गौवंश को उतार रहे थे। पुलिस वाहनों को देखते ही हासम उर्फ काडा, जिलसा व आसिफ ने गौवंश की गाडी से हथियार निकालकर पुलिस टीम पर अंधाधुंध फायरिंग करना शुरू कर दिया। गौतस्कर हासम उर्फ काडा ने एएसआई सुल्तान सिंह पर 315 बोर पछफेडा से निशाना लगाकर फायर किया लेकिन गोली गाडी के फाटक पर लगने से सुल्तान सिंह बच गुए लेकिन बोलेरो गाडी का शीशा टूट गया व फाटक क्षतिग्रस्त हो गया। दूसरा फायर जिलसा ने देशी कटटा से सुल्तान सिंह पर किया जो दूर से निकल गया। गोतस्कर आसिफ ने भी अवैध हथियार पोना से पुलिस टीम पर गोली चलाई जो गाडी के फाटक के ऑपनर पर लगी जिससे फाटक क्षतिग्रस्त हो गया।
जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 14 राउंड फायर किया। थानाधिकारी बनी सिंह ने एके 47 व सुल्तान सिंह ने पिस्टल से फायरिंग की लेकिन हासम उर्फ काडा व अन्य जंगल की तरफ भाग गये। ट्रक से उतारे हुये गौवंश को पुलिस ने डिटेन करते हुये अभियुक्तों का पीछा किया तो हासम उर्फ काडा ट्रक को तेजगति से चलाता हुआ हरियाणा राज्य के गांव डोडल की तरफ ले गया तथा गाडी को आबादी से करीब 150 मीटर पहले रोककर फिर से पुलिस पार्टी पर फायर किया। पुलिस के जवाबी फायरिंग से बचने के लिये हासम उर्फ काडा आबादी क्षेत्र में कहीं छिप गया। पुलिस ने मौके से वापिस आकर गौवंश से भरे हुये ट्रक को चैक किया तो गाडी के अन्दर दस जिन्दा गौवंश व पांच मृत गौवंश मिलें जिनके मुंह व पैर रस्सी से बंधे हुये थे। ट्रक को लेकर थानाधिकारी मय जाप्ता के वापिस कनवाडी आए तो कनवाडी के जंगल में पलवल जिले के हथीन थाना क्षेत्र के गुरकासर निवासी जिलसा खान घायल अवस्था मे विलायती बबूलों की झाडियो मे छुपा मिला। पुलिस ने जिलसा खान की तलाशी लेकर 315 बोर का देशी कटटा व दो जिन्दा करतूस व पांच खाली खोखा कारतूस जब्त किया। घायल गोतस्कर जिलसा खान को भरतपुर के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
दोहरे हत्याकांड में अंतरिम जमानत पर बाहर आया था हासम
एसपी राजेश मीणा ने बताया कि हासम उर्फ काडा एक कुख्यात गौतस्कर है जो एक डबल मर्डर की घटना में न्यायालय से अंतरिम जमानत पर आया था लेकिन उसने वापस न्यायालय में सरेंडर नही किया। हासम उर्फ काडा के खिलाफ मेवात के कई पुलिस थानों में गौतस्करी के मामले दर्ज हैं और वह जिला स्तर का टॉपटेन वांछित आरोपी भी है। आरोपी हासम उर्फ काडा के खिलाफ कुल 14 प्रकरण दर्ज है।
गोकशी के मामले में फरार अभियुक्तों को दबोचा
इसी तरह घटामिका निवासी आरोपी मन्नान, समीन व नफीस, पथराली निवासी ईसब उर्फ ईशन, असलम, मुबीन, मुफीद थाना पहाडी के गौकशी व राजकार्य मे वाधा के मुकदमों में फरार थे, जिन्हें दबिश देकर गिरफ्तार किया गया है। आरोपी मन्नान के खिलाफ 15 और समीन के खिलाफ 13 प्रकरण दर्ज है जबकि अलवर व हरियाणा के प्रकरणों में वांछित अभियुक्त घाटमीका निवासी आजाद व पुलिस थाना सीकरी के गौकशी के प्रकरण में फरार शकील कुरैशी निवासी भौलाबास थाना पहाडी को भी पुलिस ने गिरफतार किया है।