NCRkhabar@Bhiwadi. अलवर जिले (Alwar) के सरिस्का टाइगर रिजर्व (Sariska Tiger Reserve) से एक बार फिर बाहर निकले Tiger ST 2303 ने मुंडावर (Mundawar) उपखंड के समीपवर्ती गांवों में चार युवकों पर हमला कर दिया। इससे आसपास के लोगों में दहशत का माहौल है और वह अकेले बाहर खेतों में जाने से डर रहे हैं। उधर दरबारपुर ग्राम पंचायत की ओर से एडवाइजरी जारी कर लोगों से एहतियात बरतने की अपील की गई है। यहां बता दें कि करीब सात माह पहले भी सरिस्का से निकले टाईगर ने भिवाड़ी व रेवाड़ी के निकटवर्ती इलाकों में कई लोगों पर हमला किया था।
जानकारी के अनुसार टाईगर ने गुरुवार सुबह सबसे पहले एक युवक पर हमला कर दिया और हमले के दौरान बाइक की रोशनी पड़ते ही टाइगर भाग गया, जिससे युवक की जान बच गई। इसके बाद टाइगर ने तीन और युवकों पर हमला किया है। सरिस्का के डीएफओ राजेंद्र कुमार हुड्डा ने बताया कि गुरुवार सुबह मुंडावर उपखंड के ग्रामीण क्षेत्र में बाघ पहुंचने की सूचना मिली है। इस पर स्थानीय चौकी से वनकर्मियों की टीम को मौके पर भेजा गया तो पता चला कि बाघ ने कुछ लोगों पर हमला भी किया है। घायल व्यक्तियों का इलाज अस्पताल में उपचार किया जा रहा है। वनकर्मियों की ओर से बाघ की तलाश की जा रही है। टाइगर की मौजूदगी के कारण दरबारपुर, अहीर भघोला और बासनी सहित आस-पास के ग्रामीणों में दहशत है। दरबारपुर के स्कूलों में भी छुट्टी कर दी गई है। इसी टाइगर ने 7 महीने पहले कोटकासिम क्षेत्र में एक किसान पर हमला किया था। इस घटना में दो वनकर्मी भी घायल हुए थे। गुरुवार सुबह करीब 10 बजे टाइगर के पगमार्क दरबारपुर गांव में देखे गए हैं। दरबारपुर सरपंच वीर सिंह ने बताया कि टाइगर के कारण गांव के लोग डरे हुए हैं और सरकारी स्कूल की छुट्टी कर दी गई है. बच्चों को गाड़ी में घर भेजा गया है। कपास के खेतों में टाइगर दिखा है। ग्रामीणों को खेतों से दूर किया गया है।
बाईक की रोशनी से बची युवक की जान
मुंडावर उपखंड क्षेत्र के बासनी गांव निवासी विकास कुमार गुरुवार सुबह करीब पांच बजे ट्रेन से आया था। उसने अपने भाई को बाइक लेकर रेलवे स्टेशन बुलाया था। भाई का इंतजार करते हुए वह रोड पर पैदल ही निकलने लगा। इसी दौरान अहीर भगोला गांव की रोड पर अचानक टाइगर ने उस पर हमला कर दिया। इस दौरान सामने से आ रहे उसके भाई की बाइक की लाइट देखकर टाइगर भाग गया। विकास के एक हाथ और पीठ पर बाघ के पंजे लगे हैं। हमले के बाद टाइगर पास ही के गांव दरबारपुर की तरफ भाग गया। इसके बाद करीब सुबह 11 बजे बाघ ने सतीश (45), बीनू (30), और महेंद्र (33) पर हमला कर दिया, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद मुंडावर से अलवर रैफर कर दिया।
सात माह पहले कोटकासिम व रेवाड़ी में किसान व वनकर्मियों पर किया था हमला
सरिस्का अभयारण्य से करीब सात माह पहले निकले टाईगर ने कोटकासिम क्षेत्र के राबड़का गांव के एक किसान के ऊपर हमला किया था। इसके बाद पड़ोसी जिले रेवाड़ी के आसपास के इलाके में चला गया था, जहां खेत इसने वनकर्मियों पर हमला कर दिया था। इस दौरान कई दिनों तक लोग दहशत के साए में थे और खेतों में अकेले जाने से डर रहे थे। दोनों राज्यों की वन विभाग की टीमें टाईगर को पकड़ने में विफल रही थीं और टाईगर घूमते हुए वापस सरिस्का चला गया था।
ग्रामीणों से शाम को खेतों में नहीं जाने का किया आग्रह
मुंडावर उपखंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत दरबारपुर के सरपंच व ग्राम विकास अधिकारी ने लोगों को अकेले में सायंकाल खेतों में नहीं जाने का आग्रह किया है। दरबारपुर ग्राम पंचायत के सरपंच ने बताया कि गुरुवार सुबह टाइगर द्वारा 2 व्यक्तियों पर आक्रमण की घटना घटित होने के साथ ग्राम पंचायत के आस पास गतिविधि दर्ज की जा रही हैं। टाइगर के पैरों के निशान ग्राम दरबारपुर के राजकीय विधालय एवं शमशान भूमि के आस पास देखे गए हैं। इसलिए टाइगर के जान माल के खतरों को देखते हुए सभी ग्राम वासियों से आग्रह किया जाता हैं की संध्या उपरांत खेतों में नहीं जाए। एवं दुपहियों वाहनों से भी अकेले जाने से बचे। अगर किसी व्यक्ति को कोई गतिविधि प्रतीत हो तो तुरंत ग्राम पंचायत की किसी भी कार्मिक को तुरंत सूचित करे।
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